वोटर वेरिफिकेशन और चुनाव में वोट चोरी के आरोप पर विपक्ष के 300 सांसद सोमवार को संसद से चुनाव आयोग के ऑफिस तक मार्च कर रहे हैं। इसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी सांसद मौजूद हैं। प्रदर्शन के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार हमारी नहीं सुन रही है।
विपक्षी सांसद वोटर वैरिफिकेशन ( SIR) प्रक्रिया ‘वापस लो’, ‘वापस लो’ के नारे लगाते देखे गए। इससे पहले दोनों सदनों में इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ और कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी।
मार्च संसद के मकर द्वार से शुरू हुआ। सांसदों के हाथों में ‘वोट बचाओ’ के बैनर थे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने कहा था कि इंडिया ब्लॉक ने मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं मांगी है, इसलिए इलेक्शन कमीशन जाने से पहले ही मार्च को परिवहन भवन के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया।
आपको बदा दें कि संसदीय समिति ने 21 जुलाई को लोकसभा में रिपोर्ट पेश की थी। कमेटी ने सुझाव दिए थे कि बिल में चीजों को और ज्यादा स्पष्ट और सख्त करना चाहिए। अस्पष्ट चीजों को हटाना और नए कानून को मौजूदा फ्रेमवर्क के साथ जोड़ना चाहिए। सिलेक्शन कमेटी ने 4584 पन्नों की रिपोर्ट में कुल 566 सजेशन और रिकमेंडेशन दिए थे।
इनके अलावा राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक 2025 और भारतीय बंदरगाह विधेयक 2025 भी पेश किया जाएगा।