चंडीगढ़, 11 अगस्त (पंजाब ब्यूरो)- पंजाब सरकार ने मिशन रोजगार अभियान के तहत 504 नए पटवारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। सभी की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है, जिसमें आधुनिक तकनीकों और डिजिटल तरीकों का प्रशिक्षण शामिल रहा। अब ये पटवारी अपने-अपने क्षेत्रों में तैनाती लेकर काम शुरू करेंगे।
नियुक्ति समारोह में कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने कहा कि पहले पटवारियों से लोग घबराते थे, लेकिन मौजूदा सरकार ने सिस्टम को साफ और पारदर्शी बनाने के लिए कई अहम सुधार किए हैं। उन्होंने नए कर्मचारियों को सलाह दी कि जहां भी तैनात हों, पूरी निष्ठा से काम करें। छह महीने बाद चाहें तो स्थानांतरण का विकल्प मौजूद रहेगा। साथ ही, पुराने पटवारियों के नकारात्मक प्रभाव से बचने और ईमानदारी बनाए रखने की भी हिदायत दी।
विभाग के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने नव-नियुक्त पटवारियों को संबोधित करते हुए कहा, “गांवों में अब आप ही सरकार का चेहरा हैं, इसलिए जिम्मेदारी और ईमानदारी से काम करना बेहद जरूरी है।”
भ्रष्टाचार रोकने के कदम
मंत्री मुंडिया ने बताया कि तहसीलदार और नायब तहसीलदारों का स्थानांतरण दूर-दराज़ इलाकों में इसलिए किया गया, ताकि कॉलोनाइजर्स से उनकी मिलीभगत खत्म हो और जनता को राहत मिले। इसी तरह, अब रजिस्ट्री क्लर्कों के भ्रष्टाचार नेटवर्क को तोड़ने के लिए भी ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
उन्होंने नए पटवारियों को सलाह दी कि जितना वेतन मिलता है, उसी में घर का खर्च चलाएं, ताकि पारिवारिक सुख-शांति बनी रहे।
सरकार का दावा: 55,000 सरकारी नौकरियां मेरिट पर
मुंडिया ने कहा कि 2022 में सत्ता में आई आम आदमी पार्टी सरकार की पांच गारंटियों में सरकारी नौकरी शामिल थी। सरकार का दावा है कि अब तक 55,000 लोगों को पूरी तरह मेरिट के आधार पर नौकरी दी गई है, और इसमें किसी तरह की सिफारिश या पक्षपात की गुंजाइश नहीं रही। मुख्यमंत्री भगवंत मान के अनुसार, पहले चुनाव से पहले ही सरकारी भर्तियां होती थीं, जबकि अब यह प्रक्रिया पूरे साल पारदर्शी तरीके से जारी रहती है।